भगवान् शिव मोक्ष और कल्याण मार्ग है। जिसके मन के भाव और क्रिया एकरूप होती हैं वे शिवयात्रा के भागी होते हैं। जैसे संतों की मृत्यु शवयात्रा नहीं होती, वैसे ही संयमी की भी शिवयात्रा ही होती है । केदारेश्वर पावन शिवधाम है, यहाँ पहुँचने वाले का निश्चित ही कल्याण होता है उसे सदगति प्राप्त होती है । उक्त बात बालाचार्य श्री योगीन्द्र सागर जी ने सैलाना-शिवगढ़ रोड पर स्थित केदारेश्वर तीर्थ पर बर्ड्स वाचिंग ग्रुप द्वारा श्रावण के अंतिम सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कथानक के माध्यम से बताया कि कैसे पूर्व कर्म और वर्तमान कर्म घटते बढ़ते रहते हैं और इसका लोक परलोक में क्या प्रभाव पड़ता है। दुनिया के एश्वर्य से भ्रमित न होकर सत्य कर्म करना हितकर है,यही कर्म शिव प्राप्ति में सहायक हैं। आज से पचास बरस पहले धर्म निरपेक्षता की आवश्यकता थी, मगर आज के परिवेश में साम्प्रदाय निरपेक्षता की आवश्यकता है। मानवता के प्रयत्नों में एक झण्डे के नीचे आना जरूरी हो गया है।
प्रारंभ में विनयांजलि बर्ड्स वाचिंग ग्रुप के संस्थापक श्री राजेश घोटीकर, एस डी एम् श्री बी एस कुशवाहा, एस डी ओ पि डब्ल्यू डी श्री अरुण कुमार जैन ने पुष्प भेंट कर की।
इस अवसर पर अशोक गंगवाल, बजरंग पुरोहित, पद्माकर पागे, रोटरी सेन्ट्रल के विनोद मूणत, अशोक पिपाड़ा, सुशील गोरेचा, पर्यावरण जाग्रति मंच के इश्वर पाटीदार और राधेश्याम सोनी, योगी सेवा समिति और शीतल तीर्थ व्यवस्थापिका डॉ सविता जैन, दीपक बरैया तथा हजारो की संख्या में धर्मालुजनो द्वारा भगवान् महादेव् का दर्शन एवं प्रवचनों का पुण्य लाभ लिया गया ।
प्रारंभ में विनयांजलि बर्ड्स वाचिंग ग्रुप के संस्थापक श्री राजेश घोटीकर, एस डी एम् श्री बी एस कुशवाहा, एस डी ओ पि डब्ल्यू डी श्री अरुण कुमार जैन ने पुष्प भेंट कर की।
इस अवसर पर अशोक गंगवाल, बजरंग पुरोहित, पद्माकर पागे, रोटरी सेन्ट्रल के विनोद मूणत, अशोक पिपाड़ा, सुशील गोरेचा, पर्यावरण जाग्रति मंच के इश्वर पाटीदार और राधेश्याम सोनी, योगी सेवा समिति और शीतल तीर्थ व्यवस्थापिका डॉ सविता जैन, दीपक बरैया तथा हजारो की संख्या में धर्मालुजनो द्वारा भगवान् महादेव् का दर्शन एवं प्रवचनों का पुण्य लाभ लिया गया ।
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