शरद पूर्णिमा को चन्द्रमा अमृत वर्षा करता है। इस दिन दूध एवं खीर का सेवन किया जाता है, खास तौर पर चन्द्रमा कि रोशनी में रखने के बाद। शीतलतीर्थ पर इस दिन आचार्य गुरुवार श्री १०८ श्री योगीन्द्र सागर जी म सा के सान्निध्य में शरद पूर्णिमा का त्यौहार जाएगा यह जानकारी डॉ सविता जैन ने दी है ।
विजयादशमी पर मानभद्र क्षेत्रपाल मंदिर पर कलशारोहन ,ध्वजा दंड स्थापना के पश्चात यह समारोह सम्पूर्ण विधि विधान तथा धर्मिक विधि से मनाया जाएगा ।
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