आचार्य योगीन्द्र सागर जी की शिष्या 105 आर्यिका यशोधरमति जी माताजी ने
उज्जैन जिले के बड़नगर में 12 दिसंबर को रात 12 बजकर 12 मिनिट पर चारो
प्रकार के आहार त्याग कर समता पूर्वक समाधिमरण किया।
आर्यिका यशोधर मति माताजी का डोल 13 दिसंबर को प्रातः 9 बजे निकला गया। अंतिम संस्कार के पूर्व सम्पूर्ण बडनगर शहर में बैंड बजे के साथ नवकार मंत्रो की धुन पर निकाली गयी डोल यात्रा में इंदौर , रतलाम, बाँसवाड़ा, उज्जैन , सागवाड़ा आदि शहरो के समाजजनो ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी श्रद्धांजलि दी। उपरोक्त जानकारी शीतलधाम प्रवक्ता अशोक गंगवाल ने प्रदान करते हुए बताया की आर्यिका माताजी का बडनगर के जैन चैत्यालय में धार्मिक विधान पूर्वक अंतिम संस्कार किया गया।
आर्यिका यशोधर मति माताजी का डोल 13 दिसंबर को प्रातः 9 बजे निकला गया। अंतिम संस्कार के पूर्व सम्पूर्ण बडनगर शहर में बैंड बजे के साथ नवकार मंत्रो की धुन पर निकाली गयी डोल यात्रा में इंदौर , रतलाम, बाँसवाड़ा, उज्जैन , सागवाड़ा आदि शहरो के समाजजनो ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी श्रद्धांजलि दी। उपरोक्त जानकारी शीतलधाम प्रवक्ता अशोक गंगवाल ने प्रदान करते हुए बताया की आर्यिका माताजी का बडनगर के जैन चैत्यालय में धार्मिक विधान पूर्वक अंतिम संस्कार किया गया।
good but newss is to short pleas give full news & next program
जवाब देंहटाएं