भक्ति परमेश्वर प्राप्ति का सबसे सरल साधन है । कलियुग में नाम स्मरण का बड़ा महत्त्व है । वर्तमान अध्यात्म में घमंड नजर आता है , जबकि भक्ति जीवन में सरसता लाती है । उक्त विचार प पू बालाचार्य श्री १०८ योगीन्द्र सागर जी महाराज सा ने ग्राम डेलनपुर में आयोजित दो दिवसीय प्रवचन माला के प्रथम दिन व्यक्त किये । उन्होंने भक्ति का मार्ग अपनाने और नाम स्मरण करने को कहा।
ग्राम डेलनपुर के नागरिकों ने महाराज श्री के प्रवचन के लिए यहाँ स्कुल के प्रांगन में व्यवस्था की है । भरतलाल , रामलाल पाटीदार, कैलाश उपाध्याय , कैलाश पाटीदार ने श्रीफल भेंट स्वरुप अर्पित किये ।
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